प्रथम पूज्य भगवान गणपति, रिद्धि सिद्धि, वैभव, आनंद, सुख समृद्धि और ज्ञान के देवता है


प्रथम पूज्य भगवान गण पति, रिद्धि सिद्धि, वैभव, आनंद, सुख समृद्धि और ज्ञान के देवता है। 

हमारी प्रार्थना है कि वे आप सब के जीवन को नई  ऊर्जा और चेतना से आलोकित करें। भगवान गणपति विघ्नों का नाश करने वाले है, उनकी कृपा से हमारे सारे कार्य सिद्ध हो जाते है। हमारी संस्कृति में कोई भी शुभ कार्य उनकी आराधना के बिना आरंभ नही होता है।

आज हमारे लिए लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के योगदान को याद करने का अवसर भी है। उन्होंने गणेश चतुर्थी के माध्यम से देश में राष्ट्रवाद एवं सांस्कृतिक पुनः जागरण का प्रयास किया था। सामूहिक गणेश पूजन के ज़रिए उन्होंने समाज के सभी वर्गों को एकता और राष्ट्रीयता के सूत्र से जोड़ कर देश के स्वतंत्रता संग्राम को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। आज हमे उसी राष्ट्रीयता और सामूहिकता की भावना को एक नई चेतना देनी है।

हमारा आग्रह है आप कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए भगवान गणपति की पूजा अर्चना करे। अनंत चतुर्दशी तक चलने वाला गणेश महोत्सव के दौरान आप समाज, कैपिटल ग्रीन्स की प्रगति तथा राष्ट्र के उत्थान का संकल्प लें।

एक बार पुनः आप सभी को गणेश चतुर्थी की अनंत शुभकामनाएं, बधाई, गणेश जी हमारे सभी विघ्नों को हरे और सारे देश में उल्लास, खुशी और उमंग के साथ लोगों के जीवन में परिवर्तन आए, यही हम गणेश जी से प्रार्थना करते है। जय हिन्द।